क्या आप जानते हे की KOO app क्या है ? ये कैसे काम करता हे? ये इतना प्रचलित क्यों हो रहा है और क्या ये ट्विटर का विकल्प होने वाला है ?
KOO app को जानने से पहले हम आपको समय में थोड़ा पीछे ले जाते हे, पिछले वर्ष 2020 में जब चीन ने लदाख में भारत की सेना पर हमला किया जिसका हमारे सैनिको ने मुहतोड़ जवाब भी दिया। उस समय भारत सरकार बहुत साड़ी चाइनीस apps को भारत में प्रतिबंधित कर दिया था। जिनमे कुछ मुख्य apps टिक-टोक व pubg जैसे थे।
इस मोके का फायदा भारतीय apps निर्माताओं ने चाइनीस apps के विकल्प बाजार में उतारे । इसी कड़ी में एक सोसल मीडिया app जिसका नाम कू भी सामने आया। यह वर्तमान में बहुत प्रचलित हो रहा हे। यहाँ तक की खुद भार त के प्रधानमंत्री सहित कई सारे मंत्री इस app के बारे में सोसल मीडिया तथा अन्य प्लेटफॉर्म्स में बता चुके हे। वैसे भी दोस्तों भारत सरकार लगातार आत्मनिर्भर भारत की बात कर रही है तो इस मुहीम के तहत भी koo app को बढ़ावा मिल रहा हे। इस लेख में हम आपको कू के बारे में विस्तार से बताएंगे।
अनुक्रम
KOO app क्या है?
कू एप्लीकेशन एक Micro blogging platform है। जैसे ट्विटर इसलिए कू को भारत में ट्विटर का एक विकल्प माना जा रहा है। इस APP को march 2020 में लॉन्च किया गया। KOO app में आप अपने सुझाव, विचाओ को 400 characters में सेंड कर सकते हे। आपका सन्देश या विचार Text , Audio व video के रूप में हो सकता हे। जैसा की मेने पहले बताया हे की यह भारत में निर्मित app हे, अतः इस aap में भारतीय भाषाओ का विशेष ध्यान दिया गया हे। फिलहाल यह app हिंदी, तमिल, तेलगु और कन्नड़ भाषाओ में उपलब्ध हे। भविष्य में ये app कई और भाषाओ में भी उपलब्ध हो जाएगा। Koo को आप लोग सीधे browser से भी चला सकते हे और इसका application भी हे।
MVGOV और नीति आयोग द्वारा होस्ट किये गए आत्मनिर्भर app प्रतियोगिता में भारतीय सोसल मीडिया app कू को दूसरा पुरुस्कार मिला।
KOO app के फाउंडर कौन है? (Founder of Koo app)
कू App के founder अप्रमेया राधाकृष्ण तथा मयंक बिदवताका हे । यह app मार्च 2020 में लांच किया गया था यह अप्प अपनी तरह का पहला भारतीय भाषा आधारित प्लेटफॉर्म हे। आप को को ट्विटर का भारतीय संस्करण भी कह सकते हे। इस app में आप कन्नड़ भाषा में भी पोस्ट कर सकते हो।
KOO की आवश्यक्ता क्या है?
आप सभी के मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा की कू की आवश्यक्ता क्या थी जब की ट्विटर से भी काम चल ही रहा था।
दोस्तों इस सवाल का जवाब खुद इस app के फाउंडर राधाकृष्ण ने बताया। उंहोने बताया की आंकड़ों के अनुसार देखा गया कि हर दिन ट्विटर पर किए जाने वाले लगभग 0.05 % पोस्ट केवल भारतीय भाषाओं में थे।
हालाँकि, यह भी देखा गया कि इनमें से 90 % से अधिक पोस्ट भारतीयों द्वारा ही हमारे देश में बनाए गए थे। इससे हमें यह विश्वास मिला कि भारत में ट्विटर जैसे app की मांग है।
KOO app की फंडिंग
इस एप फंडिंग के बारे में बहुत सारी अटकले हे कोई कहता हे की यह aap चाइनीस हे मतलब इसमें चीन की फंडिंग बहुत अधिक हे। खेर यह बात बिलकुल भी गलत नहीं हे की कू में की चाइनीस फंडिंग हे। इस ऐप में चीनी निवेश है, इस बात की जानकारी कंपनी के फाउंडर राधाकृष्ण ने खुद एक इंटरव्यू ने दी है।
कू एप में भारतीय कंपनी की फंडिंग जैसे 3one4 ((पूर्व इंफोसिस बोर्ड मेंबर मोहनदास पई की कंपनी) , कलारी कैपिटल तथा ब्लम वेंचर्स के साथ ही एक चीनी कंपनी शुनवेई कैपिटल का भी निवेश हे। इस निवेश के बारे में बताते हुए राधाकृष्ण ने बताया की चाइनीस कम्पनी का निवेश बहुत ही काम हे और इसे बाद में ख़रीदा जा सकता हे, और इसको खरीदने की तैयारी भी हो रही हे।
koo app को कैसे डाउनलोड करे ?
कू ऐप गूगल प्ले स्टोर तथा IOS स्टोर दोनों में उपलब्ध हे। मतलब अगर आप एंड्राइड फ़ोन चलते हे तो आप इस app को प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकते हे और अगर आप I phone चलाते हे तो IOS स्टोर से डाउनलोड कर सकते हे।
koo app का प्रयोग कैसे करें ?
कू ऐप एंड्राइड के गूगल प्ले स्टोर और एप्पल के iOS ऐप स्टोर दोनों पर उपलब्ध है। कू ऐप का पूरा इंटरफ़ेस ट्विटर के जैसा ही हे और ऐसा इंटरफ़ेस किसी भी ऐप के लम्बे समय तक चलने के लियफे बहुत जरूरी हे
ऐप डाउनलोड करने के बाद इसको install कर लेना हे, इंस्टालेशन के बाद इस पर अपना फ़ोन नम्बर डालना होता हे इस फ़ोन नम्बर पर एक OTP आता हे जिसे ऐप पर डालकर अपना नम्बर वेरीफाई कर लेना होता हे
ये सब करने के बाद आपका अकॉउंट बन जाता हे। इसके बाद आपको अपना प्रोफाइल को मैनेज करना हे।
अब आपको setting पर जाकर अपना प्रोफाइल एडिट करना हे। यह आपको अपनी प्रोफाइल चित्र, आपका नाम, आपके हेंडल का नाम, लोकेशन, इ-मेल अगर आपकी कोई website हे तो आप वो भी इसमें भर सकते हे ये सब करने के बाद आपकी प्रोफाइल पूरी तरह बन जाती हे । सभी जानकारी को आप लोकल भाषा या इंग्लिश में भी डाल सकते हैं।
अब आप +कू में जा कर अपना पोस्ट लिख सकते हे याद रखे की आप अपना पोस्ट वीडियो तथा ऑडियो में भी कर सकते हे।
कू ऍप को चलना आसान हे इसमें आपको कोई भी दिक्तत नहीं होने वाला।
मेरा सुझाव
मेरा सुझाव कू ऍप को लेकर यह हे की आपको जरूर इस एप का प्रयोग करना चाहिए यह टिव्टर से किसी भी मामले में कम नहीं हे |
हमे अपने देश में बने एप को सहयोग देना चाहिए, यह पर में केवल कू एप की बात नहीं कर रहा हूँ। यह बात सारे भारतीय प्रोडक्ट्स के बारे में हो रही हे।
fAQ
नहीं बिलकुल नहीं कू एप एक भारतीय app है।
आप ऐसा कह सकते हे की कू एप ट्विटर का एक भारतीय विकल्प हे लेकिन इसके लिए कू को अच्छे निवेश तथा लगता सुधार की जरूरत होगी।
फिलहाल यह app हिंदी, तमिल, तेलगु ,कन्नड़, पंजाबी, गुजरती,आदि भाषाओ में हे और जल्द ही यह भारत की सारी भाषाओ में होगा ।
जी हा koo में चीन की कंपनी शुनवेई कैपिटल का निवेश हे लेकिन इस को खरीदने की तैयारी है ।
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