जाने विद्युत् वाहन(Electric vehicle) क्या होते हे और ये कैसे काम करते हे(working of E-vehicle ) तथा इनके लाभ और हनिया (Pros and cones of E-vehicles) क्या हे?
अनुक्रम
Electric Vehicle (विद्युत् वाहन)
विधुत वाहन (Electric vehicle) जैसे की नाम से ही स्पष्ट हे ऐसे वाहन जो विद्युत से चलते हो या जिनको गति करने के लिए विधुत ऊर्जा जी आवश्यक्ता पड़ती हो | इस तरह के वाहनों को हम E-vehicles के नाम से भी जानते हे| इन वाहनों के उद्हारण 2021 में मिलना कोई मुश्किल बात नहीं हे फिर भी कुछ उद्हारण निम्न हे |
१) इ-रिक्शा E-Rickshaw
२) इलेक्ट्रिक मोटर साइकिल Electric Bike
३) इलेक्ट्रिक कार Electric cars
इनके आलावा कुछ कम्पनियो ने Electric cycle भी लॉन्च कर दी हे| जैसे HERO electric cycle
इस लेख (Article) में हम विधुत वाहन के बारे में और जानकारी प्राप्त करंगे|
इतिहास
पहली बार इलेक्ट्रिक कार का चलन 19 वी शताब्दी में हुआ था लेकिन पेट्रोल चलित वाहनों के ज्यादा उत्पादन और फायदों जैसे लम्बी दूरी तय कर सकना, ईंधन भरने में कम समय लगाना तथा तकनीक (Technology) की कमी के कारण ये फल फूल न सका|
विधुत वाहनों की जरूरत क्यों पड़ी? Why are electric vehicles needed?
वर्तमान समय में अधिकतर देश गोलबल वार्मिंग को लेकर बहुत सजग हे| सभी का प्रयास वातावरण को कम से काम प्रदूषित करना हे| ईंधन से चलने वाले वाहन भी प्रदूषण फैलाने में हिसेदार हे, तो वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए विधुत ऊर्जा (Electric energy) से चलने वाले वाहनों की जरूरत पड़ी| इसके आलावा भी इन वाहनों के कई लाभ हे जो हम आगे बताएंगे|
विधुत वाहनों के प्रकार Types of electric vehicle
विधुत वाहन तीन प्रकार के होते हे
१) बैटरी चलित इलेक्ट्रिक व्हीकल-
बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल, जिसे BEV के नाम से भी जाना जाता हैं, यह पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक वाहन ही होते हैं जो केवल बैटरी दुवारा चार्ज करने पर चलते हैं
२) प्लग इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल-
प्लग इन Hybrid electric Vehicle एक विशेष प्रकार के हाइब्रिड वाहन हैं जो दो मोड्स में कार्य कर सकते हे, ये शुद्ध रूप से बैटरी से या फिर बैटरी तथा ईंधन दोनों की सहायता से चलते हे, इनकी बैटरी को चार्जिंग स्टेशन में प्लग की मदद से रिचार्ज किया जाता हैं |
३) हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल–
Hybrid electric Vehicle ल या HEV बिजली और गैसोलीन की मदद से चलते हैं | HEV में लगी बैटरी को किसी external सोर्स की मदद से चार्ज नहीं किया जा सकता हैं | इसमें लगी बैटरी कार की ब्रेकिंग सिस्टम दुवारा रिचार्ज होती हैं |
इलेक्ट्रिक व्हीकल कैसे काम करता है? How does Electric Vehicles Work?
इलेक्ट्रिक व्हीकल में मुख्य रूप से तीन घटक होते हे जो E-vehicles की working में महत्वपूर्ण योगदान देते हे
1) बैटरी बैंक Battery bank
बैटरी बैंक लिथियम आयन बैटरी का बना होता हे| बैटरी बैंक बनाने के लिए लिथियम आयन के बहुत सारे सेल को आपस में श्रेणी तथा समान्तर में जोड़ा जाता हे| लिथियम आयन बैटरी वही हे जिनका उपयोग हम दैनिक जीवन में रोज करते हे जैसे मोबाइल फ़ोन की बैटरी, टी.व्. रिमोट की बैटरी इत्यादि। इन बेटरियो का पय्रोग निम्न कारणो से किया जाता हे |
1) लिथियम आयन बैटरी को सैकड़ो बार चार्ज था डिस्चार्ज किया जा सकता हे अर्थात इनको लम्बे समय तक इस्तमाल किया जा सकता हे |
2) ये अन्य रिचार्जेबल बैटरी की तुलना में एक उच्च ऊर्जा घनत्व, वोल्टेज क्षमता और लोअर सेल्फ-डिस्चार्ज रेट रखते हैं |
3) ये अधिक पावर दक्षता वाले होते हे
4) इसके एक सेल में अन्य बैटरी प्रकारों की तुलना में अधिक चार्ज को स्टोर करने की क्षमता होती है।
इन बैटरियों को ठंडा करने के लिए इनके बीच से Glycan नाम का fluid गुजार करके इन्हें ठंडा रख्खा जाता है. बैटरी को Car के नीचे Base में फिट किया जाता है. इससे एक और फायदा है ये होता है कि Car को अच्छी Center of gravity मिलती है. मतलब है की अच्छा संतुलन मिलता है |
2) प्रत्यावर्तक (Inverter)
इन्वर्टर का काम बैटरी बैंक से DC पावर लेकर मोटर को AC पॉवर देना होता हे। अतः इन्वर्टर DC को AC में बदल देता हे जिससे की मोटर ऑपरेट करे और व्हीकल चलने लगे|
3) ३-कला प्रत्यावर्ती मोटर (3-phas induction motor)
3-phas induction motor AC पावर पर ऑपरेट होता हे जो इसको इन्वर्टर के द्वारा प्राप्त होता हे Induction मोटर को निकोला टेस्ला द्वारा invent किया गया था। अगर में सामान्य तरीके से बताऊ तो इंडक्शन मोटर में एक कईल था एक रोटर होता हे जब भी हम कईल में प्रत्यावर्ती धारा देते हे तो मैग्नेटिक फ्लक्स पैदा होता हे जिससे प्रेरित धरा बनती हे और रोटर घूमता हे। इसके निम्न लाभ होते हे
१) इस मोटर की पूर्ण भार दक्षता 85 % से 97 % प्रतिशत तक होती है।
२) यह 8000 rpm तक बड़े आराम से पहुच सकता है |
३) यह मोटर मजबूत और लम्बे समय तक इस्तमाल की जा सकती हे ।
Electric vehicle के लाभ
१) इन वाहनों से कोई भी प्रदूषण नहीं होता ।
२) इलेक्ट्रिक व्हीकल को चार्ज करने में आने वाला खर्चा ईंधन वाहनों में ईंधन भरने की तुलना में २०-३०% कम होता।
३) इनका मेंटेनेंस का खर्चा बहुत काम होता हे ।
४) इनमे शोर न के बराबर होता हे ।
Electric vehicle की हनिया
१) बहुत महंगे होते हे फ़िलहाल हर किसी की पहुंच में नहीं हे ।
२) पूरी तरह से चार्ज होने पर भी 60 से 100 मील की रेंज तक ही दूरी तय कर सकते हैं | अर्थात अपने शहर के अंदर इन वाहनों का प्रयोग किया जा सकता हे लम्बी दूरी के लिए फ़िलहाल इनका इस्तमाल नहीं किया जा सकता हे।
३) चार्जिंग स्टेशन की कमी हे जिससे सफर की बीच में चार्जिंग करने की परेशानी हे।
४) विधुत वाहन या इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्ज होने में काफी अधिक समय लेते हैं, अधिकतर इलेक्ट्रिक वाहन पूरी तरह से चार्ज में लगभग चार घंटे तक का समय लेते हैं |
India में इलेक्ट्रिक व्हीकल Manufacturers
१) टाटा मोटर्स
२) महिंदरा
३) हुंडई
४) अषोक लेलैंड
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का भविष्य Future of electric vehicles in India
India में इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग फ़िलहाल तो कम हे लेकिन जैसे-जैसे इंफ्रास्टक्टर बनेगा तो इन वाहनों की मांग भी बढ़ेगी। हलाकि सरकार इन वाहनों की खरीद के लिए अभी छूट दे रही हे|